शुक्रवार, 25 मई 2012

सरदार के हास्य विनोद :- "मुझे प्रिंसिपल बना दीजिए"

चिर विजयी मधु-मुस्कान
एक बार गांधीजी किसी कॉलेज के एक प्रिंसिपल की नियुक्ति के सम्बन्ध में विचार विनिमय कर रहे थे तो सरदार बोले :


       "आप वाहन का प्रिंसिपल मुझे बना दीजिए |",


       " वहाँ आप विद्यार्थियों को क्या पढायेंगे ?"

       "भारत के विद्यार्थियों को आज याद करने की आवयश्कता न होकर पढ़े हुए पाठ को भूल जाने की आवयश्कता है |"

        अगस्त क्रांति के सम्बन्ध में उन्होंने कहा था :


        "भूतपूर्व भारतमंत्री ने कहा था की गांधीजी की गिरफ़्तारी पर भारत में  एक कुत्ता भी नहीं भौंका और सारा कारवां निकल गया | किन्तु इस बार कुत्ता भौंक कर नहीं बैठा रहेगा, वरन काट भी खायेगा | आगामी संघर्ष में ऐसे कुत्तों के काटने के अनेक उदहारण मिलेंगे |"


        भूतपूर्व राष्ट्रपति स्वर्गीय डा. राजेंद्र प्रसाद जब १९५० में प्रथम बार राष्ट्रपति बने तो सरदार सरदार ने उनसे विनोद करते हुए कहा --


          "आपने तो कोंग्रेस अध्यक्ष से राष्ट्रपति पड़ छीन लिया |" क्योंकि उस समय तक कोंग्रेस अध्यक्ष को ही राष्ट्रपति कहा जाता था |

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